
पहलगाम के आतंकवादी हमले में पांच आतंकवादी शामिल थे तीन पाकिस्तान और दो कश्मीरी , उन आतंकवादी की मौत अब करीब है ।
पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में पांच आतंकवादी की पहचान हो गई है जिनमें तीन आतंकवादी पाकिस्तान से हैं और दो आतंकवादी जम्मू कश्मीर के स्थानीय निवासी थे । जो जम्मू कश्मीर में जाकर , भारत का खाकर , पाकिस्तानियों को खुफिया जानकारी दिया करते थे । जांच एजेंसी ने आतंकवादी को पकड़ने के लिए तेजी से कार्यवाही कर रही है । आतंकवादियों ने नागरिकों को नागरिकों से इस्लामी नवाज पढ़कर या खतना जैसे शारीरिक किस दिखाकर अपने धर्म साबित करने के लिए कहा था और जो धर्म से मुस्लिम नहीं थे उनका वही गोली मार दी गई और हत्या कर दी गई ।

जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में जिसमें 26 से भी ज्यादा भारतीय पर्यटकों की जान ले ली गई है । उसमें आतंकवादियों को पहचान गया है जिसमें पांच आतंकवादी शामिल थे । इसमें तीन पाकिस्तानी थे और दो जम्मू कश्मीर के स्थाई निवासी थे । अधिकारियों ने क्षेत्र में करीब दो दशक में हुए सबसे भीषण आतंकी हमले पहलगाम के आतंकी हमले को पकड़ने के लिए अपनी प्रयास और तेजी से जारी कर दी है ।
आतंकवादियों की पहचान

जांच एजेंसी में तीन पाकिस्तानी नागरिक की पहचान की है जो इस पहलगाम आतंकवादी हमले में दोषी पाए गए थे । जिसमें आसिफ फौजी , सुलेमान शाह और अब्बू ताल्हा है । घाटी के दो अन्य आतंकी यो आदिल गुरी , अनंतनाग के बीच रहने वाले एक स्थानीय निवासी , जो 2018 में पाकिस्तान गया था और अहसान , पुलवामा का रहने वाला था जो 2018 में पाकिस्तान गया था । इन पांचो की पहचान कर ली गई है ।
जांचकर्ताओं के अनुसार पाकिस्तान में वर्षों के प्रशिक्षण प्राप्त करने के फलस्वरुप यह फौजी कुछ समय से जम्मू कश्मीर में काम कर रहे थे और पीठ पीछे से ही इस हमले की तैयारी भी कर रहे थे । जीवित बचे लोगों की गवाही के आधार पर केंद्रीय एजेंसी की प्रारंभिक जांच के अनुसार पहलगाम के बैसरन मैदानी इलाके में मंगलवार को हुए हमले में शामिल आतंकवादी ने नागरिकों को और विशेषकर पुरुषों से इस्लामी नमाज पढ़कर या खतना जल्दी शारीरिक निशान दिखाकर अपना धर्म साबित करने के लिए कहा और जो लोग मुस्लिम नहीं थे उन्हें मौत घाट उतार दिए गए ।
तीन संदिग्धों के स्कॉच हुए जारी

जम्मू कश्मीर में हुए हत्याकांड को लेकर जम्मू कश्मीर की स्थानीय पुलिस और भारत सरकार ने आतंकवादियों को ढूंढने के ऊपर तीन संधि गधों के स्कॉच को जारी की जिसमें उनके बारे में जानकारी देने पर 20 लाख रुपए का इनाम भी घोषणा है । हमलावरों में से एक ही पहचान केंद्र खुफिया एजेंसी ने मूसा के रूप में की है जिसके बारे में ऊपर उदित अधिकारी ने कहा सबसे अधिक संभावित है कि वह मई 2024 में पूछे गए भारतीय वायु सेवा के काफिले पर हुए हमले में शामिल था ।
पहलगाम के वैसरन मैदानी इलाके में किसी भी प्रतिष्ठा में सीसीटीवी कैमरा नहीं है संदेह है कि हमलावरु हमले के बाद पीर पंजाल की ऊंची पहाड़ियों की और भाग गए राष्ट्रीय जाट एजेंसी की एक टीम महानिदेशक विजय साखरे के नेतृत्व में विस्तृत जांच के लिए श्रीनगर में तैनात है अधिकारियों ने कहा की संज्ञा आतंकवाद विरोधी एजेंसी ने पहले ही जांच का जिम्मा संभाल लिया है और जम्मू कश्मीर भी इसमें मदद कर रही है ।